प्यार
''RAGHAVENDRA KUMAR''
आओ चले प्यार करें , प्यार का इजहार करें,
प्यार में ही जिए , प्यार में ही मरें
नहीं नहीं अभी नहीं , अभी करो थोडा इंतज़ार
ठीक है हम हैं तैयार , तो चलो करें प्यार
मेरा तो है मेरे दोस्त इंकार , तो चलो करें प्यार का इकरार
जब मैंने कर दिया इंकार , तो कैसा फिर प्यार
ना करो ना ना आ भी जाओ यार ,
प्यार में मिलती है हार ही मेरे यार
लेकिन मेरे यार अपना प्यार है सदाबहार
प्यार है जिंदगी मान भी लो यार
पतझड़ में कभी आती नहीं बहार
पर मेरे यार बिना प्यार जीना है दुश्वार
ऐसा किसने कह दिया मेरे यार
जिंदगी है सही बिना ही प्यार
सफर जिंदगी का कैसे कटेगा , बिना प्यार के यार
अब आ भी जा तू न शर्मा , कोशिशों से वीराने में भी आ जायेगी बहार
बस एक बार कर के देखो प्यार मेरे यार
नहीं नहीं करो अभीइंतज़ार |
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