Thursday, October 1, 2015

हो जाऊँ मालामाल

हो जाऊँ मालामाल


मिल जाए हमको माल किसी का, 
मैं हो जाऊँ मालामाल ।
चाहे हो वो चोरी का, 
या दे दे वो ससुराल ।
कण्डीशन लग जाए कोई, 
चाहें जो हो हाल ।
मिल जाए हमको माल किसी का, 
मैं हो जाऊँ मालामाल ।

बिकता है जो तन मेरा, 
तो बिक जाए ।
बिकता है जो मन मेरा, 
तो बिक जाए ।
अम्मा बापू का अब मेरे, 
चाहें जो हो हाल ।
मिल जाए हमको माल किसी का, 
मैं हो जाऊँ मालामाल ।

यदि पड़े बेचनी बीवी तो, 
मैं उसको बेच सकता हूँ ।
दौलत पाने की ख़ातिर, 
मैं क़ातिल भी बन सकता हूँ ।
दौलत पर क़ुर्बान हमारी, 
आन बान और शान ।
मिल जाए हमको माल किसी का, 
मैं हो जाऊँ मालामाल ।

सूम बनूं तो बन जाऊँ, 
चाण्डाल बनूं तो बन जाऊँ ।
कुत्ता भी बन सकता हूँ, 
जो पैसा ज्यादा पाऊँ ।
चाट – चाट कर जीभ से तलुए, 
मैं कर दूंगा लाल ।
मिल जाए हमको माल किसी का, 
मैं हो जाऊँ मालामाल ।

भगवान हमें मिल जाएं जो, 
मैं माँगूं यह वरदान  ।
नोट छापने की मशीन प्रभु, 
दे दो हमको दान ।
बैठ हमेशा नोट मैं छापूँ, 
कुछ पीले कुछ लाल ।
मिल जाए हमको माल किसी का, 
मैं हो जाऊँ मालामाल ।

नोट छाप घर बैंक बनाऊँ, 
लड़ूं इलेक्शन नेता का ।
नोटों से मैं वोट खरीदूँ, 
चिह्न लगाऊँ जूता का ।
बनकर मैं नेता मन्त्री, 
जूतों से बाँटूं दाल ।
मिल जाए हमको माल किसी का, 
मैं हो जाऊँ मालामाल ।

करूं कबूतरबाजी जमकर, 
दंगे भी खूब कराऊंगा ।
सबसे पहले जनता को, 
भत्ते का भीख दिलाऊंगा ।
लेकर पैसे लोकसभा में, 
पूछँ मैं प्रश्न कमाल ।
मिल जाए हमको माल किसी का, 
मैं हो जाऊँ मालामाल ।।

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